(सारे चित्र 'गूगल-खोज' से साभार)
किसने करुणा-सदय-हृदय में पैना शूल चुभोया ?
किसने फूलों के
मधुवन में कंटालों को बोया ??
स्वतन्त्रताके इन वर्षों में कितने तूफां आये !
सोचो पल भर और
विचारो,क्या पाया क्या खोया ??
संस्कृति और सभ्यता वाली यह भारत की नौका -
की पतवारें तोड़
तोड़ कर किसने इसे डुबोया ?
हँसती हुई किलकती गाती जनता के सीने को-
बोलो किसने आज
आँसुओं से है अरे भिगोया ??
कितनी मैल भरी है मन में,यह तो हमें बताओ !
मैला किया 'प्रेम' जो पुरखों ने 'आस्था' से धोया ||
अतीत की यादों में अपना देश विचारा प्यारा -
फूट फूट कर, सिसक-सिसक कर "प्रसून" कितना रोया !!
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