(सरे चित्र 'गूगल-खोज' से साभार)
आइये मेरे पड़ोसी को नज़र भर
देखिये !
देखिये इसकी अदायें, इसके
तेवर देखिये !!
भवन इनका काँच का है, किन्तु
वे निश्चिन्त है -
फेंकते वे मेरे घर पर कितने पत्थर देखिये !!

फेंकते वे मेरे घर पर कितने पत्थर देखिये !!
पत्थरों का हृदय, पत्थर
का कलेजा हो गया -
अक्ल पर उनके पड़े हैं कितने पत्थर देखिये !!
अक्ल पर उनके पड़े हैं कितने पत्थर देखिये !!
प्यार से भरने हमें बाहों में
अपनी आ गये -
आस्तीनों में छिपाये पैने खंज़र देखिये !!
आस्तीनों में छिपाये पैने खंज़र देखिये !!
चोट हमने खाई जब, एकांत
में हर्षित हुये-
तसल्ली देते हैं झूठी तरस खा कर, देखिये
!!

मगरमच्छों की तरह हिंसक है उनकी भावना –
मगरमच्छों की तरह हिंसक है उनकी भावना –
आँख में उमड़ा दिखावे का ‘समुन्दर’
देखिये !!
"प्रसून" की सारी पंखुरियाँ
किस तरह घायल हुईं-
गुलाबों के पास झरबेरी का मंज़र देखिये!

गुलाबों के पास झरबेरी का मंज़र देखिये!