(4)
ग़ज़ल(धन-तेरस
पर शुभ कामना)
धन-तेरस
का पर्व सभी का सुख मय बीते !
हारा
हुआ दाँव आज हर कर्मठ जीते !!
फैलाएं
जो आँचल अपना, किसी अर्थ हित-
भरें
सभी वे इच्छित वर से , रहें न रीते !!
मिटे
असुविधा, सुविधाओं से तुष्ट सभी हों-
मिलें सभी को निज कामों के लिए सुभीते !!
स्वास्थ्य
सभी का अच्छा हो औ रोग विनाशें-
धन्वन्तरी
देवता रहें बस यह वर देते
!!
नाव
भाग्य की लगे किनारे, सब मित्रों की-
रहें
प्रसन्न सफल हों कर्म की नैया खेते !!
“प्रसून”
करें न देर, कुबेर सुखद हों सब को !
हम
सब हों धन्वन्तरी कुबेर के सदा चहेते !!
No comments:
Post a Comment